श्री  श्रीराज अशोक, आईएएण्डएएस

वरिष्ठ उप महालेखाकार (प्रशासन)    एवं

 वरिष्ठ उप महालेखाकार (लेखा)    

श्री रीराज अशोक, आईएएण्डएएस (2012 बैच) ने प्रधान महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), ओड़िशा के कार्यालय में 12/02/2021 को वरिष्ठ उपमहालेखाकार के पद पर पदभार ग्रहण किया । उनके पास लेखा का प्रभार है । इससे पहले, उन्होंने भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा विभाग के लिए निदेशक (सूचना प्रणाली) के रूप में कार्य किया। उन्हें बंगलौर, कोलकाता, शिमला और दिल्ली में सीएजी के कार्यालयों में लेखा और पात्रता कार्यों के क्षेत्र में समृद्ध और व्यापक अनुभव है। वह सर्वोच्च लेखा परीक्षा संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीय संगठन (INTOSAI) के विभिन्न कार्य समूहों के सदस्य हैं।

वह केरल के मूल निवासी हैं। उन्हें पढ़ाना पसंद है और वे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय, केंद्रीय और राज्य स्तर के प्रशिक्षण संस्थानों में नियमित फैकल्टी हैं।

आप उनसे उनकी ईमेल आईडी sreeraja@cag.gov.in या ट्विटर हैंडल @sri_89 के जरिए संपर्क कर सकते हैं।

 

श्री पी. अशोकन, आईएएण्डएएस 
उप महालेखाकार (निधि)

 

श्री  पी. अशोकन, आईए एंड एएस ने 16.08.2022 से प्रधान महालेखाकार (ए एंड ई), ओडिशा के कार्यालय में उप महालेखाकार (निधि) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने विज्ञान स्नातक पूरा किया। उन्हें सिविल ऑडिट के क्षेत्र में कार्य का अनुभव है।

 

सुश्री एस अरुणा, आईएएण्डएएस

उपमहालेखाकार(पेंशन)

सुश्री एस अरुणा, आईए एंड एएस ने 11.08.2022 से प्रधान महालेखाकार (ए एंड ई), ओडिशा के कार्यालय में उप महालेखाकार (पेंशन) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।वह गणित में स्नातकोत्तर हैं और एक लागत लेखाकार (एआईसीडब्ल्यूए) भी हैं। उन्हें सिविल ऑडिट में कार्य का अनुभव है और उन्होंने दो साल के लिए प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास में प्रतिनियुक्ति के आधार पर भी काम किया है।

सुश्री एस मनोनमनी, आईएएंडएएस

उप महालेखाकार (कार्य लेखा)

सुश्री एस मनोनमनी, IA&AS ने प्रधान कार्यालय के कार्यालय महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), उड़ीसा, पुरी शाखा कार्यालय, पुरी में 11.08.2022 को उप महालेखाकार (कार्य लेखा) के रूप में पदभार ग्रहण किया। उनकी योग्यता बी.कॉम, आईसीडब्ल्यूए इंटर है। उनकी अतिरिक्त योग्यता कंप्यूटर एप्लीकेशन में डिप्लोमा (इग्नू) और ओरेकल 8i (रेडियंट) हैं। उन्हें सिविल ऑडिट और स्वायत्त निकायों के ऑडिट का व्यापक अनुभव है। वह 2018 में यूनिसेफ सप्लाई डिवीजन, डेनमार्क के ऑडिट की टीम की सदस्य थीं।